100+ Powerful Best Shayari in Hindi
इस दर्द भरी दुनिया में शायरी जख्म पर एक मरहम की तरह है इस Best Shayari in Hindi आलेख के माध्यम से हम 200 से अधिक शायरी पढ़ेंगे । इस आलेख के माध्यम से हम इन best love shayari in hindi, best friend shayari विषयों पर भी हिंदी शायरी पढ़ेंगे जो मशहूर शायरों ने लिखी है उनके दिल की बातें और उनका अनुभव उन्होंने शायरी के माध्यम से हमें बताया है तो चलिए इस Best Shayari in Hindi शायरी संग्रह में आगे बढ़ाते हैं
100+ Best Shayari in Hindi

रफ़्ता रफ़्ता बुझ गए सारे चराग़
एक चेहरा झिलमिलाता रह गया
बस्तियाँ धुंधला गईं, फिर खो गईं
रोशनी का शहर पीछे रह गया

मूझे लगता है दिल खिंच कर चला आता है हाथों पर
तुझे लिक्खू तो मेरी उँगलियाँ ऐसी धड़कती हैं

मुहब्बत करने वाले जब कभी आँसू बहाते हैं
दिलों के आईने धोती हुई पलकें सँवरती हैं

चमक रही है परों में उड़ान की खुशबू
बुला रही है बहुत आसमान की खुशबू

इस तरह दुनिया मिली शिकवा गिला कोई नहीं
मैं समझता था मेरा तेरे सिवा कोई नहीं

ये शबनमी लहज़ा है आहिस्ता ग़ज़ल पढ़ना
तितली की कहानी है, फूलों की जुबानी है
आज हम सबके साथ खूब हँसे
और फिर देर तक उदास रहे
दोनों एक दूसरे का मुँह देखें
आईना आईने के पास रहे
खुशबुओं में नहाई हुई शाख़ पर
फूल सा मुस्कराता हुआ कौन है
उसकी आँखों सा उसके गेसू सा
मेरा सारा कलाम ख़ुशबू सा
मेरी पलकों पे झिलमिलाता है
रात भर एक नाम जुगनू सा
जहाँ वादियों में नए फूल आए
हमारी तुम्हारी मुलाक़ात होगी
सदाओं को अल्फाज़ मिलने न पाएँ
न बादल घिरेंगे न बरसात होगीचेहरे पे आँसुओं ने लिखी हैं कहानियाँ
आईना देखने का मुझे हौसला नहीं जगमग जगमग दुनिया का मेला झूठा
सच्चा सोना सच्ची चाँदी हम दोनों
दुनिया की ये माया कंकर पत्थर है
आँसू, शबनम, हीरा, मोती हम दोनों
चारों ओर समुन्दर बढ़ती चिन्ताएँ
लहर लहर लहराती कश्ती हम दोनों
आँखों की किश्तियों में सफ़र कर रहे हैं वो
जिन दोस्तों ने दिल के सफ़ीने – डुबोये थे आँसुओं के साथ सब कुछ बह गया
दिल में सन्नाटा सा बाक़ी रह गया
हमराह चलो मेरे या राह से हट जाओ
दीवार के रोके से दरिया कहीं रुकता है
खुशी हम ग़रीबों की जैसे मियाँ
मज़ारों पे चादर चढ़ाई हुईअभी शाम तक मेरे बाग़ में कहीं कोई फूलखिला न था
मुझे खुशबुओं में बसा गया तेरा प्यार एक ही रात में
कहाँ आँसुओं को ये सौग़ात होगी
नए लोग होंगे नई बात होगी
जिसमें अपनी परिन्दों सी तसबीह थी
तुमको स्कूल की वो दुआ याद है
ऐसा लगता है हर इम्तहाँ के लिए
ज़िन्दगी को हमारा पता याद है
रोज़ तन्हाइयों में इक चेहरा
तौलता है मुझे तराजू सा बदन को छोड़ के जाना है आसमाँ की तरफ़
समन्दरों ने हमें ये सबक़ पढ़ाया था
दूसरों को हमारी सज़ाएँ न दे
चाँदनी रात को बद्दुआएँ न दे
फूल से आशिक़ी का हुनर सीख ले
तितलियाँ खुद रुकेंगी, सदाएँ न दे
सब गुनाहों का इक़रार करने लगे
इस क़दर खूबसूरत सज़ाएँ न दे
परबत परबत बादल बादल किरन किरन
उजले पर वाले दो पंछी हम दोनों
लौ की तरह चिराग़ का कैदी नहीं हूँ मैं
अच्छा हुआ कि अपना मकाँ कोई भी न था सन्नाटे आए, दों में झाँका, चले गए
गर्मी की छुट्टियाँ थी वहाँ कोई भी न था
इनमें रोशन हैं अभी तक तेरे बोसों के चिराग़
इसलिए हम अपनी आँखें खुद बुझाने आए हैं
गिरती दीवारों से लगकर दीमकों के क़ाफ़ले
कुछ सहीफ़े2 अपनी आँखों से लगाने आए हैं
छोड़ आया हूँ ज़मीनो – आसमाँ
फ़ासला अब और कितना रह गया
जब भी कसने लगा, उतार दिया
इस बदन में कई लिबास रहे
घुल गए अपनी बदनसीबी में
वो सितारे जो अपने पास रहे
धुआँ सी बदलियों को देखकर अक्सर वो कहती है
हमेशा चाँदनी में बेवफ़ा रूहें भटकती हैं
मैं दरख़्तों की सफ़ का भिखारी नहीं
बेवफ़ा मौसमों की क़बाएँ- न दे
मोतियों को छुपा सीपियों की तरह
बेवफ़ाओं को अपनी वफ़ाएँ न दे
मैं बिखर जाऊँगा आँसुओं की तरह
इस क़दर प्यार से बद्दआएँ न दे
बड़े ताजिरों की सताई हुई
ये दुनिया दुल्हन है जलाई हुई
भरी दोपहर का खिला फूल है
पसीने में लड़की नहाई हुई
किरन फूल की पत्तियों में दबी
हँसी उसके होंठों पे आई हुई
ख़ुश रहे या बहुत उदास रहे
ज़िन्दगी तेरे आस -पास रहे
वो नहीं है तो उसकी आस रहे
एक जाए तो एक पास रहे
इक दूजे से मिलकर पूरे होते हैं
आधी आधी एक कहानी हम दोनों चेहरे पे आँसुओं ने लिखी हैं कहानियाँ
आईना देखने का मुझे हौसला नहीं
गुलों पे लिखती हुई ला इलाह इल लल्लाह
पहाड़ियों से उतरती अज़ान की खुशबू
मैं पयम्बर2 तो नहीं लेकिन मुझे एहसास है
इन बुरे लोगों में भी मुझसे बुरा कोई नहीं
मैं दहलीज़ का दीपक हूँ, आ तेज़ हवा
रात गुज़ारें अपनी अपनी हम दोनों
जगमग जगमग दुनिया का मेला झूठा
सच्चा सोना सच्ची चाँदी हम दोनों
इक दूजे से मिलकर पूरे होते हैं
आधी आधी एक कहानी हम दोनों
आज वादा किसी का टूट गया
रेशमी तितलियों के बाजू सा
कितनीमुद्दत के बाद तुझसे मिले
मुस्कुराता है प्यार आँसू सा
तमाम उम्र मेरा दम इसी धुएँ में घुटा
वो इक चिराग़ था मैंने उसे बुझाया था आलम का ये सब नक़शा बच्चों का घरौंदा है
इक ज़र्रे के क़ब्ज़े में सहमी हुई दुनिया है
खत नहीं हूँ जिस पे तुम राहों की तफसीलें लिखो
उसके घर जाऊँगा मैं जिसका पता कोई नहीं
ऐसा लगता है कि तू मुझसे जुदा हो जाएगा
इस बड़े शहरे- वफ़ा में बेवफ़ा कोई नहीं
खिला दे फूल मेरे बाग़ में पैग़म्बरों जैसा
रक़म हो जिसकी पेशानी पे इक आयत बशारत सी
होंठों पे मुहब्बत के फ़साने नहीं आते
साहिल पे समन्दर के ख़ज़ाने नहीं आतेदिल वो दरवेश जो आँख उठाता ही नहीं
इसके दरवाज़े पे सौ अहले- करम आते हैंमैंने दो चार किताबें तो पढ़ी हैं लेकिन
शहर के तौर -तरीके मुझे कम आते हैंये एक पेड़ है, आ इससे मिल के रो लें हम
यहाँ से तेरे मेरे रास्ते बदलते हैं
भटक रही है पुरानी दुलाइयाँ ओढ़े
हवेलियों में मेरे ख़ानदान की खुशबू
सना के कोई कहानी हमें सलाती थी
दुआओं जैसी बड़े पानदान की खुशबू
दबा था फूल कोई मेज़पोश के नीचे
गरज रही थी बहुत पेचवान की खुशबू
अजब वक़ार2 था सूखे सुनहरे बालों में
उदासियों की चमक ज़र्द लान की खुशबू
वो इत्रदान सा लहज़ा मेरे बुजुर्गों का
रची बसी हुई उर्दू ज़बान की खुशबू
खुदा का शुक्र है मेरे जवान बेटे के
बदन से आने लगी है ज़ाफ़रान की खुशबू
इमारतों की बुलन्दी पे कोई मौसम क्या
कहाँ से आ गई कच्चे मकान की खुशबू
बारिशों में किसी पेड़ को देखना
शाल ओढ़े हुए भीगता कौन है
अब हम इस Best Shayari in Hindi शायरी वाले के अंत में आ गए हैं इस शायरी आलेख में हमने बहुत बड़े-बड़े और मशहूर शायरों की शायरी पढ़ें उन्होंने अपने दिल से और अनुभव से लिखी हुई शायरी हमने पड़ी वैसे ही इस आलेख में हमने इन विश्व पर भी शायरी पड़ी अगर यह आलेख आपको पसंद आए तो जरूरी साले को फेसबुक व्हाट्सएप इंस्टाग्राम पर शेयर कीजिए धन्यवाद