500+ Best motivational suvichar in hindi
Motivational Suvichar in Hindi : इस लेख में हम मोटिवेशनल सुविचार हिंदी में देखेंगे। यह हिंदी सुविचार आपको अपने दुःख से उबरने में मदद करेगा और आपको प्रेरित करेगा। इस लेख में हम महान स्वामी विवेकानन्द जी के विचार भी पढ़ सकते हैं |
Hindi Suvichar on Life

महानता कभी ना गिरने में नहीं है, बल्कि हर बार गिरकर उठ जाने में है.

एकाग्रता से ही विजय मिलती है.

सफलता पहले से की गयी तयारी पर निर्भर है, और बिना ऐसी तयारी के असफलता निश्चित है.

उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो.

अगर जिंदगी में कुछ पाना हो तो तरीके बदलो इरादे नहीं.

जब तक जीना, तब तक सीखना अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक है.

जब तक तुममें ईमानदारी, भक्ति और विश्वास है, तब तक प्रत्येक कार्य में तुम्हें सफलता मिलेगी.

व्यक्ति अकेले पैदा होता है और अकेले सर जाता है.

जिस व्यक्ति के पास कल्पना नहीं है उसके पास पंख नहीं हैं.

बिना पाखण्डी और कायर बने सबको प्रसन्न रखो. पवित्रता और शक्ति के साथ अपने आदर्श पर दृढ रहो और फिर तुम्हारे सामने कैसी भी बाधाएँ क्यों न हो, कुछ समय बाद संसार तुमको मानेगा ही.

सफलता का कोई रहस्य नहीं है, वह केवल अत्यधिक परिश्रम चाहती है.

कार्य ही सफलता की बुनियाद है.

पवित्रता, धैर्य तथा प्रयत्न के द्वारा सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं.

जो पवित्र तथा साहसी है, वही जगत् में सब कुछ कर सकता है. माया-मोह से प्रभु सदा तुम्हारी रक्षा करें.

जीवन की त्रासदी ये नहीं है कि आप अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाए त्रासदी तो यह है कि आपके पास पहुंचने को कोई लक्ष्य ही नहीं था.

सत्य और तथ्य में बहुत बड़ा अंतर है तथ्य सत्य को छिपा सकते हैं.

जिसके पास धैर्य है वह जो चाहे वो पा सकता है.
हर चीज का सृजन दो बार होता है, पहली बार दिमाग में दूसरी बार वास्तविकता में.
सफलता एक घटिया शिक्षक है यह लोगों में यह सोच विकसित कर देता है कि वो असफल नहीं हो सकते
ईर्ष्या तथा अंहकार को दूर कर दो संगठित होकर दूसरों के लिए कार्य करना सीखो.
हार मत मानो हमेशा अगला मौका जरूर आता है.
ऊद्यम ही सफलता की कुजी है.
सच्चा प्रयास कभी निष्फल नहीं होता.
आप आज जो करते हैं उसपर भविष्य निर्भर करता है.
संन्यास का अर्थ है, मृत्यु के प्रति प्रेम.
एक सफल मनुष्य होने के लिये सुदृढ व्यक्तित्व की आवश्यकता है.
सफलता में दोषों को मिटाने की विलक्षण शक्ति है.
पहले स्वयं संपूर्ण मुक्तावस्था प्राप्त कर लो उसके बाद इच्छा करने पर फिर अपने को सीमाबद्ध कर सकते हो
आध्यात्मिक दृष्टि से विकसित हो चुकने पर धर्मसंघ में बना रहना अवांछनीय है.
अच्छी सोच वाले व्यक्ति को उसका लक्ष्य पाने से दुनियां में कोई नहीं रोक सकता, जबकि बुरी सोच वाले व्यक्ति की कोई मदद नहीं कर सकता.
जिस व्यक्ति में सफलता के लिए आशा और आत्मविश्वास है, वही व्यक्ति उच्च शिखर पर पहुंचते हैं
लगातार प्रयत्न करने वाले लोगों की गोद में सफलता स्वय आकर बैठ जाती है.
मानव-देह ही सर्वश्रेष्ठ देह है, एवं मनुष्य ही सर्वोच्च प्राणी है, क्योंकि इस मानव-देह तथा
जो अकले चलते हैं, वे शीघ्रता से बढ़ते हैं.
अनन्त काल तक सुख ढूँढ़ते रहो। तुम्हें उसमें सुख्ख के साथ बहुत दुःख तथा अशुभ भी मिलेगा।
उपहास, विरोध और फिर स्वीकृति प्रत्येक कार्य को इन तीन अवस्थाओं में से गुजरना पड़ता है।
जो दूसरों का सहारा ढूँढ़ता है, वह सत्यस्वरूप भगवान् की सेवा नहीं कर सकता।
काम इस प्रकार करते रहो, मानो पूरा कार्य तुममें से प्रत्येक पर निर्भर हैं।